नेफोमा कि क्रेडाइ के वाइस प्रेजिडेंट श्री अनिल शर्मा से मिटिगं
आज दिनाँक 14/11/2011 को नोएडा एक्सटेंशन फ्लैट ओनर एण्ड मेंबर असोसिएशन (नेफोमा ) कि क्रेडाइ के वाइस प्रेजिडेंट श्री अनिल शर्मा से मिटिगं हुई । इस मिटिंग में वायर्स को बिल्डर्स कि ओर से जिन परेशानिओ का सामना करना पड़ रहा है उन सभी बातो को रखा गया । मिटिग नीचे दिये गये मुद्दो पर चर्चा हुई :
१. सबसे बड़ा मुद्दा था कि जिन लोगो को ब्याज के लिये डिमांड लेटर भेजे गये है उनको वापस लिया जाये । कोई भी वायर ब्याज नही देगा । नेफ़ोमा टीम का तर्क था कि जब नोएडा एक्सटेंशन का मामला कोर्ट में लम्बित था तो कैसे बिल्डर ब्याज कि मांग कर सकता है ।
अनिल शर्मा जी का कहना था कि कोई भी बिल्डर ब्याज कि डिमांड नही कर सकता और वो इस विषय में क्रेडाई कि तरफ़ से एक गाईड लाईन जारी करगें जिसमे बिल्डर्स से कहा जायेगा कि वो कोइ ब्याज कि मांग ना करे ।
२. दूसरा पाम ओल्म्पिया के द्वारा बायर्स को लेटर भेजे गये जिसमें कि उनको सूचित किया गया कि उनका पेमेंट प्लान बदला जा रहा है यानि फ़्लेक्सी से सी.एल.पी. मे उनको अब इनस्टाल्मेन्ट देनी पडे़गी । नेफ़ोमा टीम का तर्क था कि बुकिंग के समय पर बिल्डर्स ने जब उनके सामने पेमेंट प्लान रखा था तो यह बायर्स कि मर्जी थी कि उनको कॊन सा प्लान लेना है । जो प्लान जिस बायर को ठीक लगा उसने अपने सहुलियत के हिसाब से उसका चयन कर लिया ओर उसी आधार पर एग्रीमेंट तॆयार किया गया । तो अब बिल्डर किस आथार पर प्लान बदल सकता है वो भी बिना बायर्स कि मर्जी के ।
अनिल शर्मा जी का कहना था कि कोई भी बिल्डर बिना बायर्स कि मर्जी के प्लान चेंज नही कर सकता ओर इस पाइंट को भी वो गाईड लाइन में रखेगें
३ तीसरा मुद्दा था एफ़.ए.आर को लेकर , एफ़.ए.आर पर बायर्स को शंका है कि बिल्डर्स ग्रीन एरिया खत्म कर वहा पर टावर खड़े करने कि यौजना बना रहे है जिससे भविष्य मे वहाँ रहने वाले लोगो के लिये दिक्कत होने वाली है क्योकि जब बिल्डर्स ने अपने प्रोजेक्ट बेचे थै तो उनको वादा किया गया था कि उनके प्रोजेक्ट में भरपूर ग्रीनरी होगी । अब अगर बिल्डर्स वहाँ कंक्रीट के जंगल खड़ा कर देगा तो फ़िर वहा लोगो को बहुत सी परेशानिओ का सामना करना पड़ सकता है ।
अनिल शर्मा जी का कहना था कि किसी भी प्रोजेक्ट मे नये टावर्स नही लगाये जायेगे ओर अगर बिल्डर्स अपने प्रोजेक्ट्स में फ़्लोर बड़ाना चाहते है तो उनको बायर्स से पूछना पड़ेगा ।
४. चौथा मुद्दा था साहबेरी गाँव को लेकर । साहबेरी गाँव में जिन बिल्डर्स के प्रोजेक्ट अफ़्फ़ेक्टड हुये वहाँ बायर्स को परेशान किया जा रहा है । जिन लोगो ने अपने फ़्लेटस एक से लेकर सात मजिंल तक बुक कराये थे उन लोगो को १४ या १५ फ़्लोर पर सिफ़्ट किया जा रहा है जो कि गलत है । जब किसी बायर ने अपना फ़्लेट बुक कराया तो उसने अपनी जरुरत के हिसाब से नीचे की मजिंलो को चुना और उसी हिसाब से बिल्डर को पैमेंट किया ।
अनिल शर्मा जी का कहना था कि जिन लोगो ने फ़्लोर नीचे से बुक कराया है उनको उसी के हिसाब से उपर कि मजिंलो सिफ़्ट किया जायेगा ।
0 comments:
Post a Comment